माँ की दुआ एक्यूप्रेशर-एक्यूपंचर
एंड योगा सेंटर के बारे में
अब्दुल शमीम अत्तारी जी के सर में हमेशा दर्द रहा करता था इसके साथ साथ इनके कान में भी दर्द बचपन से था और कान से मवाद भी आता था सालो इलाज के बाद भी इनकी बीमारी बनी हुई थी अचानक इनके सर मे बहुत दर्द होने लगा और अब्दुल शमीम अत्तारी जी सर के जांच के लिए रायपुर के बड़े अस्पताल गए और वहाँ जांच कराये जांच के बाद डॉक्टर ने बताया की आपको ब्रेन टीयूमर है और ऐसी जगह पे है जहां ऑपरेशन संभव नहीं है और आपका जीवन करीब 1 महीने बचा हुआ है ये सुन कर अब्दुल शमीम अत्तारी जी के मस्तिष्क मे ये बात बैठ गयी और इनकी नींद और खुशी सब खत्म हो गयी इसी तरह दिन बीत रहा था की अब इनकी ज़िंदगी खतम होने वाली है डॉक्टर ने भी कह दिया है और इनके सर में भी ऐसा दर्द होता था की सर फट जाएगा और ये रात रात भर सोते नहीं थे इसी बीच सन् 2003-2005 के बीच बिजुरी शहर जो मध्यप्रदेश में हैं यहाँ के नगर सेठ खेडिया जी के लकवे के इलाज के लिए इलाहाबाद संस्थान से एक्यूप्रेशर थेरपिस्ट - शहरोज रिजवी जो की बोलीवोड अभिनेता सलमान खान और भी अभिनाओ का उपचार एक्यूप्रेशर से कर चुके हैं वो और कुछ एक्यूप्रेशर थेरपिस्ट खेडिया जी के इलाज के लिए आए हुये थे खेडिया जी द्वारा उनके रुकने की और सभी व्यवस्थाए की गयी थी उस समय पूरे बिजुरी शहर के लोगो का उपचार एक्यूप्रेशर द्वारा निशुल्क खेडिया जी करा दिये थे की उनके उपचार के साथ साथ पुरे शहर को लाभ मिले अब्दुल शमीम अत्तारी जी शहरोज रिजवी जी से मिले और उनको अपनी बीमारी बताए तो शहरोज रिजवी जी ने कहा आप परेशान मत होईये आपकी बीमारी कोई बड़ी बीमारी नहीं है शरीर केआर बाहर जेसे गाठ हो जाता है इसी प्रकार सर पे जब गांठ हो जाता है तो उसे ब्रेन टीयूमर कहते हैं और आप ठीक हो जाएंगे ये बात सुन कर अब्दुल शमीम अत्तारी जी को लगा की मै ठीक हो गया सिर्फ इनकी बात सुन कर और अब्दुल शमीम अत्तारी जी को लगा की एक वो डॉक्टर थे जिनकी बात सुन कर मेरी भूख प्यार और खुशी सब खतम हो गयी थी और एक ये डॉक्टर हैं जिनके सिर्फ इतना कहने से की आप ठीक हो जाएंगे बोलने से मुझे लगा जैसे मुझे कुछ बीमारी ही नहीं है और एक्यूप्रेशर द्वारा अब्दुल अब्दुल शमीम अत्तारी जी का उपचार किया गया कुछ दिन और इसके बाद अब्दुल शमीम अत्तारी जी स्वयं अपनी बीमारी का एक्यूप्रेशर का पॉइंट स्वयं लगाने लगे थे और धीरे धीरे इनकी सारी समस्या खत्म हो गए और आज इनके 15 से 20 साल हो गए हैं न तो इन्होने दोबारा जांच कराया और न कुछ क्यूंकी इनकी बीमारी मे जो लक्षण पहले थे वो अब नहीं थे और धीरे धीरे ये भूल भी गए की इनको ऐसी कोई बीमारी भी थी और डॉक्टर ने इनको जवाब दे चुके थे ये सारी बाते अब ये भूल चुके हैं थेरपिस्ट अब्दुल शमीम अत्तारी जो की थेरपिस्ट मो. इलियास अत्तारी के पिता हैं वो शहरोज रिजवी के साथ प्रेक्टिस करना सुरू कर दिये थे क्यूंकी प्रतिदिन सैकड़ो मरीज आ रहे थे तो थेरपिस्ट - अब्दुल शमीम अत्तारी जी भी शहरोज रिजवी के साथ उपचार में लग गए थे क्यूंकी शहरोज रिजवी जी को 15-20 सालो का एक्यूप्रेशर का अनुभव है और इंडिया के नंबर - 1 एक्यूप्रेशर थेरपोस्ट भी शहरोज रिजवी हैं तो उनके साथ रहने से अब्दुल शमीम अत्तारी जी को एक्यूप्रेशर की बहुत सी जानकारी शहरोज रिजवी जी से प्राप्त हुई इससे पहले भी अब्दुल शमीम अत्तारी जी को एक्यूप्रेशर की जानकारी थी और घर पे उपचार किया करते थे पर उसके बाद से अब्दुल शमीम अत्तारी जी एक्यूप्रेशर उपचार के क्षेत्र में जाना पसंद किए और 6 महीने प्रेक्टिस किए और इसके बाद बीच बीच मे और ट्रेनिंग कर रहे थे और इसके बाद इनके पास प्रतिदिन काफी मरीज उपचार के लिए इकट्ठा हो जाते थे तो अब्दुल शमीम अत्तारी जी को लगा की इन्हे एक्यूप्रेशर सेटर सुरू करना चाहिए और इन्होने सेंटर खोला और फिर इन्हे सेंटर का नाम रखना था तो अब्दुल शमीम अत्तारी जी अपनी माँ से बहुत प्रेम करते थे तो इन्होने सेंटर का नाम माँ की दुआ के नाम से रखा और माँ की दुआ एक्यूप्रेशर-एक्यूपंचर एंड योगा सेंटर हो गया । एक्यूप्रेशर थेरपिस्ट - मो. इलियास अत्तारी जी उस समय स्कूल में थे और इसके साथ - साथ उनकी जो भी समस्यायेँ थीं वो भी एक्यूप्रेशर से अपने पिता अब्दुल शमीम अत्तारी जी से उपचार करने मे ठीक हो गयी तो थेरपिस्ट - मो. इलियास अत्तारी जी को इसके बाद एक्यूप्रेशर चिकित्सा पे विस्वास हूआ और इसके बाद थेरपिस्ट - मो. इलियास अत्तारी भी अपने पिता के संग रोगियों का एक्यूप्रेशर द्वारा उपचार करने लगे जैसे ही स्कूल की पढ़ाई पूरी हुई इसके बाद थेरपिस्ट - मो. इलियास अत्तारी गुजरात आयुर्वेद उनिवर्सिटी से (C.A.H.S.) का कोर्स किया और इसके बाद 2015 - 2107 में ASPEUS प्रयागराज से इन्होने Super Adv. Trng. Chinese & Ayurvedic की और इसके बाद एक्यूप्रेशर रिसर्च इंस्टीटूट जोधपुर रजिस्थान से (M.D._A.M.) & (M.D.Ac.) किया और Uou उत्तराखंड से (B.Y.N.) किया एक्यूप्रेशर थेरपिस्ट मो. इलियास अत्तारी प्रतिदिन 4-5 घंटे पुटाको का अध्यन करते हैं और निशुल्क शिविर मे सैकड़ो मरीजो को प्रतिदिन देखते हैं और इसके साथ साथ ऑनलाइन भी मरीजो को देखते हैं इनकी सोच है की ये करीब 20 से 50 लाख मरीजो का उपचार निशुल्क शिवर द्वारा करना चाहते हैं और एक्यूपंचर की पढ़ाई के लिए चीन जा कर आघे का अध्यन करना चाहते हैं । इस तरह माँ की दुआ एक्यूप्रेशर-एक्यूपंचर एण्ड योगा सेंटर बना और इसके पीछे ये कहानी थी ।
"माँ की दुआ एक्यूप्रेशर-एक्यूपंचर एण्ड योगा सेंटर" एक्यूप्रेशर शोध प्रशिक्षण एवं उपचार संस्थान प्रयागराज की शाखा है ।
Affiiate Number :- 2561 OR (CG-037)
माँ की दुआ सेवा समित (मध्यप्रदेश शासन) से पंजीकृत है इसके अध्यक्ष खुद अब्दुल शमीम अत्तारी जी हैं इस समिति द्वारा भी इस सेंटर को संचालित किया जा रहा है ।
पंजीयन क्र :- 05/48/02/14402/18
Affiiate Number :- 2561 OR (CG-037)
माँ की दुआ सेवा समित (मध्यप्रदेश शासन) से पंजीकृत है इसके अध्यक्ष खुद अब्दुल शमीम अत्तारी जी हैं इस समिति द्वारा भी इस सेंटर को संचालित किया जा रहा है ।
पंजीयन क्र :- 05/48/02/14402/18